पत्थरो में तरासा है प्यार को ।
फूल मुरजा जाते है पल दो पल में ॥
दुनिया को दी है निशानी प्यार की ।
खुश्बु लूटा जाते है पल दो पल में ॥
लोग सदियों से यहां आते है ओर ।
चैनो-सुकु पाते है पल दो पल में ॥
३-३-२०१२
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